'सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन' व्यवस्थित ढंग से किया जाय तो इसका प्रमुख लाभ है -
- विद्यार्थी का केवल आंतरिक मूल्यांकन होता है।
- विद्यार्थी सत्र पर्यन्त अध्ययनशील रहते हैं।
- विद्यार्थी में सत्र पर्यन्त भय बना रहता है।
- विद्यार्थी में अस्वाभाविक विकास होता है।